tag:blogger.com,1999:blog-2082842253659772842.post5790729254368035516..comments2024-03-09T10:40:20.915+05:30Comments on गीत.......मेरी अनुभूतियाँ: ज़रा मैं भी तो देखूं ! ..संगीता स्वरुप ( गीत )http://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comBlogger39125tag:blogger.com,1999:blog-2082842253659772842.post-40057804283221168092010-07-23T17:06:25.273+05:302010-07-23T17:06:25.273+05:30आदरणीया
, क्या ही खूब रचना है.... नए विम्बो से रच...आदरणीया <br />, क्या ही खूब रचना है.... नए विम्बो से रची बसी रचना है.....!<br />चाँद हूँ वो <br />जो अँधेरी रातों से <br />मुहब्बत करता है<br /><br />अंधकार हूँ वो <br />जो गगन के तारों से <br />मुहब्बत करता है<br /><br />तन्हां हूँ <br />खुद जिसे <br />तन्हाई से मुहब्बत हैPawan Kumarhttps://www.blogger.com/profile/08513723264371221324noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2082842253659772842.post-2405692000906721452010-07-23T15:19:16.237+05:302010-07-23T15:19:16.237+05:30मुहब्बत करने वाले
कभी तू हमसे भी तो
आ...मुहब्बत करने वाले <br /><br /><br />कभी तू हमसे भी तो <br /><br /><br />आ कर मिल<br /><br /><br />मैं भी तो देखूं <br /><br /><br />ज़रा कैसा होता है <br /><br /><br />मुहब्बत भरा दिल |<br /><br />बस चूक गए मिलते मिलते नहीं तो दिखा ही देते दिल की ये होता कैसा है?रेखा श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/00465358651648277978noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2082842253659772842.post-69861567533243163782010-07-23T09:30:55.336+05:302010-07-23T09:30:55.336+05:30आपकी कविताएं भाव और भाषा दोनों दृष्टियों से प्रभाव...आपकी कविताएं भाव और भाषा दोनों दृष्टियों से प्रभावित करती हैं .प्रतिभा सक्सेनाhttps://www.blogger.com/profile/12407536342735912225noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2082842253659772842.post-69289684454653461252010-07-23T08:55:06.304+05:302010-07-23T08:55:06.304+05:30समंदर हूं वो
जिसकी
हर लहर प्यासी है !
नदी हूं वो...<b>समंदर हूं वो <br />जिसकी <br />हर लहर प्यासी है !<br />नदी हूं वो <br />जो पानी के लिए <br />उदासी है !</b> <br /><br />बहुत सुंदर !<br />कथ्य और भाव की संप्रेषणीयता देखते ही बनती है ।<br />वाह वाह !<br /><br /><br /><b>आदरणीया संगीता स्वरूप जी </b> <br />इतनी युवा रचना के लिए हार्दिक बधाई स्वीकार करें ।<br /><br /><br />- राजेन्द्र स्वर्णकार <br /><b><a href="http://shabdswarrang.blogspot.com/" rel="nofollow">शस्वरं</a></b>Rajendra Swarnkar : राजेन्द्र स्वर्णकारhttps://www.blogger.com/profile/18171190884124808971noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2082842253659772842.post-65306685635199293552010-07-22T21:08:35.656+05:302010-07-22T21:08:35.656+05:30एक तड़प और दमन का अहसास दिलाती यह रचना सोचने को मज...एक तड़प और दमन का अहसास दिलाती यह रचना सोचने को मजबूर करती हैSatish Saxena https://www.blogger.com/profile/03993727586056700899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2082842253659772842.post-67825605566127308402010-07-22T20:48:56.029+05:302010-07-22T20:48:56.029+05:30sangeeta ji,
bas kamaal hai, samast sansaar ki kho...sangeeta ji,<br />bas kamaal hai, samast sansaar ki khoobsurti aur uske mohabbat ko aapne lalkaar diya, waah...taye hai koi na jeetega. bahut sundar rachna, jo man me sfurti bhar diya...<br /><br />मुहब्बत करने वाले <br />कभी तू हमसे भी तो <br />आ कर मिल<br />मैं भी तो देखूं <br />ज़रा कैसा होता है <br />मुहब्बत भरा दिल |<br /><br />shubhkaamnaayen.डॉ. जेन्नी शबनमhttps://www.blogger.com/profile/11843520274673861886noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2082842253659772842.post-39707950670984647312010-07-22T19:31:25.017+05:302010-07-22T19:31:25.017+05:30niceniceअंजना https://www.blogger.com/profile/07031630222775453169noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2082842253659772842.post-10021241748901282662010-07-22T12:56:12.908+05:302010-07-22T12:56:12.908+05:30ek behad hi bhavpurn avam utkrist prastutikaran.
b...ek behad hi bhavpurn avam utkrist prastutikaran.<br />bahut hi khoobsurat.<br /><br /> poonamपूनम श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/09864127183201263925noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2082842253659772842.post-57327247142543211602010-07-22T11:27:03.583+05:302010-07-22T11:27:03.583+05:30मुहब्बत करने वाले
कभी तू हमसे भी तो
आ कर मिल
मैं भ...मुहब्बत करने वाले<br />कभी तू हमसे भी तो<br />आ कर मिल<br />मैं भी तो देखूं<br />ज़रा कैसा होता है<br />मुहब्बत भरा दिल<br />वाह क्या बात है इतना सुन्दर बुलावा हो तो कोई क्यों न मिले? खूबसूरत रचना, बधाई।निर्मला कपिलाhttps://www.blogger.com/profile/11155122415530356473noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2082842253659772842.post-31267200458513692412010-07-21T17:01:22.167+05:302010-07-21T17:01:22.167+05:30रूमानी भावों की लाजवाब प्रस्तुति है। संगीता जी हार...रूमानी भावों की लाजवाब प्रस्तुति है। संगीता जी हार्दिक बधाई।<br />………….<br /><a href="http://sb.samwaad.com/" rel="nofollow">संसार की सबसे सुंदर आँखें।</a><br /><a href="http://ts.samwaad.com/" rel="nofollow">बड़े-बड़े ब्लॉगर छक गये इस बार।</a>Dr. Zakir Ali Rajnishhttps://www.blogger.com/profile/03629318327237916782noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2082842253659772842.post-64681088065455155722010-07-21T14:49:04.375+05:302010-07-21T14:49:04.375+05:30तन्हां हूँ
खुद जिसे
तन्हाई से मुहब्बत है
...Beau...तन्हां हूँ <br />खुद जिसे <br />तन्हाई से मुहब्बत है<br />...Beautiful...!!Akanksha Yadavhttps://www.blogger.com/profile/10606407864354423112noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2082842253659772842.post-87047197632576922092010-07-21T13:12:10.205+05:302010-07-21T13:12:10.205+05:30बहुत सुन्दर भाव...लाजवाब रचना..बधाई.बहुत सुन्दर भाव...लाजवाब रचना..बधाई.KK Yadavhttps://www.blogger.com/profile/05702409969031147177noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2082842253659772842.post-22100356614089262252010-07-21T13:06:02.272+05:302010-07-21T13:06:02.272+05:30मैं भी तो देखूं
ज़रा कैसा होता है
मुहब्बत भरा...मैं भी तो देखूं <br /><br />ज़रा कैसा होता है <br /><br />मुहब्बत भरा दिल |<br />Read More: http://geet7553.blogspot.com/2010/07/blog-post_20.html<br /><br />ye to badi zordar line hain mumma...hehe..itna sab kuch kahne aur hone ke baad muhabbat bhara dil dekhna...waaahस्वप्निल तिवारीhttps://www.blogger.com/profile/17439788358212302769noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2082842253659772842.post-54701431891644746822010-07-21T08:05:22.427+05:302010-07-21T08:05:22.427+05:30काटों का साथ निभाता है गुलाब ,
कीचड में भी खिलता ह...काटों का साथ निभाता है गुलाब ,<br />कीचड में भी खिलता है कमल<br />वो तितली भी नहीं जो हर फूल पर मंडराती है ...<br /><br />मुहब्बत से सरोबार कविता ...सुबह सुहानी हो गयी ..!वाणी गीतhttps://www.blogger.com/profile/10839893825216031973noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2082842253659772842.post-40371719788007512462010-07-21T07:19:35.998+05:302010-07-21T07:19:35.998+05:30एक व्यक्तित्व के बहुत से पहलुओं का अच्छा वर्णन ।एक व्यक्तित्व के बहुत से पहलुओं का अच्छा वर्णन ।अजय कुमारhttps://www.blogger.com/profile/15547441026727356931noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2082842253659772842.post-6606611898576283132010-07-21T05:10:15.569+05:302010-07-21T05:10:15.569+05:30बेहतरीन अभिव्यक्तिबेहतरीन अभिव्यक्तिAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2082842253659772842.post-62179710585512668392010-07-21T00:39:54.733+05:302010-07-21T00:39:54.733+05:30बहुत ही बढ़िया रचना है संगीताजी ! अपना वजूद बड़े दम ...बहुत ही बढ़िया रचना है संगीताजी ! अपना वजूद बड़े दम ख़म के साथ स्थापित करती और हौसले के साथ मोहब्बत भरे दिल वालों को चुनौती देती स्त्री का यह रूप बहुत भाया वरना तो हर वक्त उसे आँसू पीते या बहाते ही अभी तक कविताओं में पढ़ा है ! बहुत सशक्त और सुन्दर रचना है ! बधाई एवं शुभकामनाएं !Sadhana Vaidhttps://www.blogger.com/profile/09242428126153386601noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2082842253659772842.post-58692981678938174992010-07-21T00:20:50.122+05:302010-07-21T00:20:50.122+05:30क्या लिखूं..
अपनी शानदार रचनाओं के जरिए आप सबको लग...क्या लिखूं..<br />अपनी शानदार रचनाओं के जरिए आप सबको लगातार खामोश करते जा रही है. <br />मैं तो आपकी रचनाओं को पढ़कर हर बार किसी दूसरी ही दुनिया में पहुंच जाता हूं<br />यह रचना बहुत ही उम्दा है.राजकुमार सोनीhttps://www.blogger.com/profile/07846559374575071494noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2082842253659772842.post-41884983106272674402010-07-20T23:02:04.255+05:302010-07-20T23:02:04.255+05:30एतना बड़ा चैलेंज के लिए उससे भी बड़ा भूमिका... आदमी ...एतना बड़ा चैलेंज के लिए उससे भी बड़ा भूमिका... आदमी देखिए के डरा जाएगा... लेकिन एक बात बोलें.. ई मोहब्बत का जंग में हारने वाला भी अक्सर जीत जाता है... मन खुस हो गया..चला बिहारी ब्लॉगर बननेhttps://www.blogger.com/profile/05849469885059634620noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2082842253659772842.post-6811317849231294522010-07-20T21:57:56.395+05:302010-07-20T21:57:56.395+05:30अच्छा चैलेंज दिया है। देखें कौन स्वीकार करता है!
प...अच्छा चैलेंज दिया है। देखें कौन स्वीकार करता है!<br />प्रेम एक बड़ी शक्ति है परन्तु पवित्र प्रेम करने के लिए बहुत शक्ति चाहिए।मनोज कुमारhttps://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2082842253659772842.post-22445439619615047052010-07-20T21:22:31.596+05:302010-07-20T21:22:31.596+05:30इतना प्यार दिल में रहेगा तो छलकेगा ही, कविता ते रू...इतना प्यार दिल में रहेगा तो छलकेगा ही, कविता ते रूप में।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2082842253659772842.post-33524388966229404442010-07-20T20:20:20.102+05:302010-07-20T20:20:20.102+05:30सभी पाठकों का आभार....
@ सलिल ..
शुक्रिया...सोचा...सभी पाठकों का आभार....<br /><br />@ सलिल ..<br />शुक्रिया...सोचा तो मैंने भी था...तुमने सही जगह शब्द को पकड़ा है...कुछ करती हूँ ...शुक्रियासंगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2082842253659772842.post-35444430761065216382010-07-20T20:15:46.021+05:302010-07-20T20:15:46.021+05:30संगीता दी,
क्या परिचय दिया है आपने अपना और आख़िर मे...संगीता दी,<br />क्या परिचय दिया है आपने अपना और आख़िर में चुनौती... इसके बाद तो कीचड़, भँवरे, सागर, नदिया, काँटे, किरणें, तूफ़ान टाइप तो सब किनारा कर लेंगे… चैलेंज तो वही स्वीकार करेगा जिसमें आग का दरिया तैर कर पार करने का हौसला हो.<br />मज़ा आ गया!<br />सलिल<br />पुनश्चः आपने मौज को पुल्लिंग लिखा है <br />“मौज हूँ वो <br />जो हर तूफ़ान से <br />टकराता है “<br />लेकिन मौज स्त्रीलिंग होना चाहिए<br />“तू गंगा की मौज, <br />मैं जमुना का धारा”<br />मेरी भूल भी हो सकती है.सम्वेदना के स्वरhttps://www.blogger.com/profile/12766553357942508996noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2082842253659772842.post-81862592585205004142010-07-20T20:09:13.154+05:302010-07-20T20:09:13.154+05:30वो गुलाब हूँ
जो हमेशा
काँटों का साथ
निभात...वो गुलाब हूँ <br /><br />जो हमेशा <br /><br />काँटों का साथ <br /><br />निभाता है<br /><br />कमल हूँ ऐसा <br /><br />जो कीचड़ में भी <br /><br />खुद को खिलाता है<br /><br />क्या बात है...बहुत बढ़िया...rashmi ravijahttps://www.blogger.com/profile/04858127136023935113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2082842253659772842.post-88160387365651024592010-07-20T19:53:13.621+05:302010-07-20T19:53:13.621+05:30मैं भी तो देखूं
ज़रा कैसा होता है
मुहब्बत भरा...मैं भी तो देखूं <br /><br />ज़रा कैसा होता है <br /><br />मुहब्बत भरा दिल |<br />--<br /><br />वाह बहुत बढ़िया!<br />--<br />इतने पेंचोखम के बाद <br />आखिर अन्तर बात सामने आ ही गई!डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.com