tag:blogger.com,1999:blog-2082842253659772842.post4460479115674077690..comments2024-03-09T10:40:20.915+05:30Comments on गीत.......मेरी अनुभूतियाँ: प्रदुषणसंगीता स्वरुप ( गीत )http://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comBlogger9125tag:blogger.com,1999:blog-2082842253659772842.post-75321573763636217522022-09-19T08:08:58.696+05:302022-09-19T08:08:58.696+05:30प्रणाम! आपकी आज्ञा हो तो आपकी एक-दो रचना आज की हलच...प्रणाम! आपकी आज्ञा हो तो आपकी एक-दो रचना आज की हलचल पर प्रस्तुत करें? लिंक लगाना नहीं आता है तो काॅपी-पेस्ट करते हैं। कृपया आज्ञा दें।Amrita Tanmayhttps://www.blogger.com/profile/06785912345168519887noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2082842253659772842.post-20580272249319872912012-01-26T07:06:28.527+05:302012-01-26T07:06:28.527+05:30काश की लोग इसे समझ पाते, अंधयुग में आज किसी को सच ...काश की लोग इसे समझ पाते, अंधयुग में आज किसी को सच भी नहीं दिखता है। आभार।Arun sathihttps://www.blogger.com/profile/08551872569072589867noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2082842253659772842.post-10126058570429086862012-01-24T19:38:18.825+05:302012-01-24T19:38:18.825+05:30आपने तो मेरे ह्रदय की बात लिख दी ..
आजकल हमारे शहर...आपने तो मेरे ह्रदय की बात लिख दी ..<br />आजकल हमारे शहर में सड़क चौड़ी करने के लिए वर्षों पुराने वट वृक्षों को काट रहे हैं ..<br />जब भी कोई वृक्ष पड़ा देखती तो ह्रदय मूंह को आ जाता है ..लगता है कोई मानव मृत पड़ा है ..<br />क्या करून बड़ा असहाय महसूस करती हूँ ..<br />kalamdaan.blogspot.comRITU BANSALhttps://www.blogger.com/profile/14474354506605954847noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2082842253659772842.post-25667549183767820812012-01-24T13:38:30.858+05:302012-01-24T13:38:30.858+05:30कोमल अहसास ,सार्थक सन्देश ...
शुभकामनाएँ!कोमल अहसास ,सार्थक सन्देश ...<br />शुभकामनाएँ!अशोक सलूजाhttps://www.blogger.com/profile/17024308581575034257noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2082842253659772842.post-73867775776862420962012-01-24T13:14:40.574+05:302012-01-24T13:14:40.574+05:30तुम्हारी धरोहर हैं
इस सच को अब तो पहचानो.
सार्थक ...तुम्हारी धरोहर हैं<br />इस सच को अब तो पहचानो.<br /><br />सार्थक ...बहुत सही और ज़रूरी बात की है आज आपने ..संगीता जी ....Anupama Tripathihttps://www.blogger.com/profile/06478292826729436760noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2082842253659772842.post-50704552889971929502012-01-24T12:47:25.349+05:302012-01-24T12:47:25.349+05:30एक बेहद उम्दा और सार्थक संदेश देती प्रस्तुति।एक बेहद उम्दा और सार्थक संदेश देती प्रस्तुति।vandana guptahttps://www.blogger.com/profile/00019337362157598975noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2082842253659772842.post-77359186874595879542012-01-24T11:40:44.042+05:302012-01-24T11:40:44.042+05:30सार्थक सन्देश!सार्थक सन्देश!अनुपमा पाठकhttps://www.blogger.com/profile/09963916203008376590noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2082842253659772842.post-88890124056761363442012-01-24T11:14:01.308+05:302012-01-24T11:14:01.308+05:30वृक्ष तुम्हारी सम्पत्ति,
तुम्हारी धरोहर हैं
इस सच ...वृक्ष तुम्हारी सम्पत्ति,<br />तुम्हारी धरोहर हैं<br />इस सच को अब तो पहचानो... आपके हेर विचार मील का पत्थर हैंरश्मि प्रभा...https://www.blogger.com/profile/14755956306255938813noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2082842253659772842.post-75375500027816033282012-01-24T11:02:25.839+05:302012-01-24T11:02:25.839+05:30यदि मानव इस बात को समझ जाए, तो शायद कंक्रीट के जंग...यदि मानव इस बात को समझ जाए, तो शायद कंक्रीट के जंगल उगने बंद हो जाएँ...Sumit Pratap Singhhttps://www.blogger.com/profile/15273939385392567417noreply@blogger.com