tag:blogger.com,1999:blog-2082842253659772842.post4751874011077690215..comments2024-03-09T10:40:20.915+05:30Comments on गीत.......मेरी अनुभूतियाँ: राज़संगीता स्वरुप ( गीत )http://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-2082842253659772842.post-85360949761763787102011-09-14T21:42:14.319+05:302011-09-14T21:42:14.319+05:30देर-सबेर सत्य का सामना होता ही है तब समझ में आता ह...देर-सबेर सत्य का सामना होता ही है तब समझ में आता है कि अनुभव का कितना महत्व होता है.<br />सुंदर रचना.अरुण कुमार निगम (mitanigoth2.blogspot.com)https://www.blogger.com/profile/11022098234559888734noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2082842253659772842.post-25150255051382058102011-09-14T10:59:02.990+05:302011-09-14T10:59:02.990+05:30सबसे पहले हिंदी दिवस की शुभकामनायें
मस्ती से भरी क...सबसे पहले हिंदी दिवस की शुभकामनायें<br />मस्ती से भरी कली <br />यूँ ही बिखर गई <br />अपने हालात पर वो <br />काफ़ी दुखी थी <br />कहती है फूल से, <br />मुझे माफ़ करो <br />मैं तुम पर <br />यूँ ही हँसी थी .बहुत ही सुंदर और गहन सोच को उजागर करती हुई बेमिसाल रचना /बहुत बधाई आपको /मेरी नई पोस्ट हिंदी दिवस पर लिखी पर आपका स्वागत है /prerna argalhttps://www.blogger.com/profile/11905363361845183539noreply@blogger.com