tag:blogger.com,1999:blog-2082842253659772842.post5111419381510181..comments2024-03-09T10:40:20.915+05:30Comments on गीत.......मेरी अनुभूतियाँ: परलोक में एक गोष्ठी ।संगीता स्वरुप ( गीत )http://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comBlogger34125tag:blogger.com,1999:blog-2082842253659772842.post-55736786273054269502022-03-21T20:56:20.058+05:302022-03-21T20:56:20.058+05:30निशब्द हूँ पढ़कर प्रिय दीदी।भले ये सपना मात्र कवि ...निशब्द हूँ पढ़कर प्रिय दीदी।भले ये सपना मात्र कवि मन की एक कल्पना हो पर आजादी के मतवालों की आत्मायें देश की दशा और दिशा पर कुटिल सत्तासीनों के संदिग्ध क्रिया कलापों और4स्वार्थ को3देख इसी तरह कल्पती होंगी।सार्थक सृजन के लिए बधाई और शुभकामनाएं।रेणुhttps://www.blogger.com/profile/16292928872766304124noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2082842253659772842.post-86448926610147995922021-09-10T09:50:28.279+05:302021-09-10T09:50:28.279+05:30बहुत बहुत सुन्दरबहुत बहुत सुन्दरआलोक सिन्हाhttps://www.blogger.com/profile/17318621512657549867noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2082842253659772842.post-57981573312461833032021-09-01T14:56:39.366+05:302021-09-01T14:56:39.366+05:30जबर्दस्त कच्चा चिट्ठा खोला आपके स्वप्न ने बोस तो क...जबर्दस्त कच्चा चिट्ठा खोला आपके स्वप्न ने बोस तो क्या सभी बलिदानी सिर ही धुन रहे होंगे, सभी हुतातमाएं कितनी मायूस होंगी न जाने राम भला करे मेरे देश का ।<br />अभिनव तंज और सटीक भाव।मन की वीणाhttps://www.blogger.com/profile/10373690736069899300noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2082842253659772842.post-45527405914251773272021-08-28T20:36:08.983+05:302021-08-28T20:36:08.983+05:30गंभीर, चिंतनीय और सोचने को विवश करने वाला सृजन। हम...गंभीर, चिंतनीय और सोचने को विवश करने वाला सृजन। हमारे स्वतंत्रता सेनानियों ने एक बेहतर भारत की कल्पना की थी। वर्तमान भारत उनकी उम्मीदों पर तो खरा नहीं उतरता। एक सार्थक सृजन के लिए आपको बहुत- बहुत शुभकामनाएं। नोट- unknown वाली प्रतिक्रिया भी मैंने ही लिखी है। सादर धन्यवाद।Vocal Babahttps://www.blogger.com/profile/02214260420282752358noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2082842253659772842.post-5119232141188325172021-08-28T20:20:51.692+05:302021-08-28T20:20:51.692+05:30वर्तमान परिस्थितियों में आपका यह सृजन सही और सार्थ...वर्तमान परिस्थितियों में आपका यह सृजन सही और सार्थक है। तमाम बातें हमारे स्वतंत्रता सेनानियों की आत्माओं को चुभती होंगी।Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/15366759303586695228noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2082842253659772842.post-91336789197677725952021-08-24T13:00:27.838+05:302021-08-24T13:00:27.838+05:30ऐसे ही न जाने किन किन बातों से
सारी आत्माएँ हैरान...ऐसे ही न जाने किन किन बातों से <br />सारी आत्माएँ हैरान थीं <br />देश की हालत देख <br />सब परेशान थीं । <br /><br />सही कहा आपने दी,देश की हालत देख ये देश भक्त कैसे व्यथित होंगे। कभी फिर से स्वर्ग भर्मण को जाईयेगा तो भगवान की हालत क्या है ये जरूर बताईयेगा। वो मानवता का हनन होते देख क्या महसूस कर रहें है "यूँ ही" बिना सोचे समझे नकरात्मता फैलाने वालों को देख उनका मन खुद को कोसता तो जरूर होगा कि -"कैसे नसुकरों को जन्म दे दिया है हमने "Kamini Sinhahttps://www.blogger.com/profile/01701415787731414204noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2082842253659772842.post-58464563853722672312021-08-24T11:32:44.720+05:302021-08-24T11:32:44.720+05:30ख्वाब के माध्यम से आज के सच को बाखूबी रख दिया आपने...ख्वाब के माध्यम से आज के सच को बाखूबी रख दिया आपने ... <br />कितना सच है ... आज के नेताओं ने अपने स्वार्थ के चलते क्या से क्या बना दिया है देश को ... शर्म नहीं आती पर इन्हें ...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2082842253659772842.post-65918704208272899042021-08-23T21:49:58.381+05:302021-08-23T21:49:58.381+05:30वाह!सराहना से परे दी...लाज़वाब अभिव्यक्ति।
न जाने क...वाह!सराहना से परे दी...लाज़वाब अभिव्यक्ति।<br />न जाने क्यों पलकें भीग गई।<br />सादर नमस्कार अनीता सैनी https://www.blogger.com/profile/04334112582599222981noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2082842253659772842.post-78046717904733951892021-08-21T22:59:02.090+05:302021-08-21T22:59:02.090+05:30वाह ख्वाबों में गोष्ठी सजाई, मनभावन सी माहौल बनायी...वाह ख्वाबों में गोष्ठी सजाई, मनभावन सी माहौल बनायी<br />मजा आ गया पढ के भाई, बहुत सुंदरBharti Dashttps://www.blogger.com/profile/04896714022745650542noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2082842253659772842.post-64203979008887469572021-08-21T10:55:05.343+05:302021-08-21T10:55:05.343+05:30बहुत सुंदर हृदयस्पर्शी सृजनबहुत सुंदर हृदयस्पर्शी सृजनMANOJ KAYALhttps://www.blogger.com/profile/13231334683622272666noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2082842253659772842.post-31175550827783233852021-08-19T19:47:02.117+05:302021-08-19T19:47:02.117+05:30वाह! वाह!अजी वाह! एक आह के साथ । एकदम अलहदा अंदाज ...वाह! वाह!अजी वाह! एक आह के साथ । एकदम अलहदा अंदाज । बहुत अच्छा लगा ।Amrita Tanmayhttps://www.blogger.com/profile/06785912345168519887noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2082842253659772842.post-33486220679620127942021-08-19T16:39:13.121+05:302021-08-19T16:39:13.121+05:30वाह ! स्वर्ग की यात्रा और स्वतन्त्रता सेनानियों की...वाह ! स्वर्ग की यात्रा और स्वतन्त्रता सेनानियों की बातचीत, कल्पना की उड़ान बहुत दूर की कौड़ी ले आयी है, बधाई !Anitahttps://www.blogger.com/profile/17316927028690066581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2082842253659772842.post-77083301731180355952021-08-17T14:38:34.196+05:302021-08-17T14:38:34.196+05:30जबरदस्त व्यंग्य काव्य में . हम भी जायेंगे परलोक तो...जबरदस्त व्यंग्य काव्य में . हम भी जायेंगे परलोक तो कुछ ऐसा ही कर रहे होंगे.shikha varshneyhttps://www.blogger.com/profile/07611846269234719146noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2082842253659772842.post-39228133350635848552021-08-16T16:09:35.094+05:302021-08-16T16:09:35.094+05:30आज के हालातो पर सटीक और करारा व्यंग्य, बेहद हृदयस्...आज के हालातो पर सटीक और करारा व्यंग्य, बेहद हृदयस्पर्शी सृजन आदरणीया।Anuradha chauhanhttps://www.blogger.com/profile/14209932935438089017noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2082842253659772842.post-81923948854498235972021-08-15T21:49:43.107+05:302021-08-15T21:49:43.107+05:30संगिता दी, सचमुच सच मे यदि आत्माए बात कर सकती है त...संगिता दी, सचमुच सच मे यदि आत्माए बात कर सकती है तो शायद ऐसी ही बाते करती।Jyoti Dehliwalhttps://www.blogger.com/profile/07529225013258741331noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2082842253659772842.post-88421842213618384422021-08-15T21:04:55.182+05:302021-08-15T21:04:55.182+05:30बहुत ही सटीक कविता, यह हाल है आज हमारे देश का. बहुत ही सटीक कविता, यह हाल है आज हमारे देश का. Dr. Vandana Sharmahttps://www.blogger.com/profile/07812039483229217149noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2082842253659772842.post-60276413269778068032021-08-15T20:40:12.712+05:302021-08-15T20:40:12.712+05:30मीना जी ,
रचना पसंद करने के लिए आभार ।मीना जी , <br />रचना पसंद करने के लिए आभार ।संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2082842253659772842.post-4543711827422003982021-08-15T18:57:28.395+05:302021-08-15T18:57:28.395+05:30** सुधा जी ,
आपकी प्रतिक्रिया पढ़ कर मुस्कुराहट क...** सुधा जी , <br /><br />आपकी प्रतिक्रिया पढ़ कर मुस्कुराहट के साथ संजीदगी भी आई । <br />आपने कविता के मूल भाव में अपने विचार जोड़े , कि सुभाष चंद्र बोस के सवालों से गांधी जी घिरे होंगे । मुझे संतोष है कि ऐसा लिखा गया जो पाठक स्वयं को जुड़ा पा रहा है । <br />गहन प्रतिक्रिया के लिए आभार ।संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2082842253659772842.post-65417277183611834622021-08-15T18:57:24.560+05:302021-08-15T18:57:24.560+05:30लाजवाब व्यंगात्मक भावाभिव्यक्ति । सशक्त सृजन मैम !...लाजवाब व्यंगात्मक भावाभिव्यक्ति । सशक्त सृजन मैम ! आपको स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ ।Meena Bhardwajhttps://www.blogger.com/profile/02274705071687706797noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2082842253659772842.post-863935021377825302021-08-15T18:53:24.048+05:302021-08-15T18:53:24.048+05:30** सुबोध जी ,
आप व्यर्थ ही नाराज़गी दिखा रहे .... ...** सुबोध जी , <br />आप व्यर्थ ही नाराज़गी दिखा रहे .... वहाँ सब अकेले ही जाते , कोई अनुबंध काम नहीं आता । <br /><br />हॉं , ये बात सही कही कि थोड़ी देर और रुकती तो और आत्माएँ भी बहुत कुछ कहतीं , ..... कह तो बहुत कुछ रहीं थीं लेकिन लाल बहादुर शास्त्री जी की आत्मा न कर सकती थी सवाल क्यों कि बाकी आत्माएँ इर्द गिर्द ही थीं न । और हाँ एक बात और कि आज़ाद की पिस्तौल अब उनके पास नहीं वो यहीं संग्रहालय में है वैसे पक्का नहीं है कि वही आज़ाद की पिस्तौल है । अब आप कहाँ फुलझड़ी छुड़ाएंगे नहीं पता । यूँ तो सब ही बस ताली बजाने की जहमत भी नहीं उठाते । <br />आपकी टिप्पणी ने मेरे लिखे को विस्तार दे दिया .... तहेदिल से शुक्रिया ।<br />संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2082842253659772842.post-86674227855432914902021-08-15T18:43:25.670+05:302021-08-15T18:43:25.670+05:30प्रिय श्वेता ,
जैसा कि महाभारत में दिखाया गया कि...प्रिय श्वेता , <br /><br />जैसा कि महाभारत में दिखाया गया कि युद्ध के बाद जब पांडव व्यथित थे तो कृष्ण भगवान ने उनको स्वर्ग का दृश्य दिखाया था । पता नहीं ऐसा होता है या नहीं लेकिन यदि होता है तो उन लोगों को अफसोस तो होता होगा । <br />बहुत सारगर्भित पंक्तियाँ लिखी हैं । शुक्रिया ।संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2082842253659772842.post-82130036703596109532021-08-15T18:39:24.460+05:302021-08-15T18:39:24.460+05:30**रश्मि जी ,
आपकी प्रतिक्रिया हमेशा ऊर्जावान बनाती...**रश्मि जी ,<br />आपकी प्रतिक्रिया हमेशा ऊर्जावान बनाती है । आज तो कुछ खास भी हो गया 😄😄😄 । <br />आभार । <br /><br />*** सुरेंद्र कुमार जी , <br />बहुत शुक्रिया । <br /><br />*** उषा जी , <br />रचना पसंद करने के लिए आभार । <br /><br />*** वाणी गीत ,<br />सच दुःख तो होता ही होगा , हम तो मात्र कल्पना कर रहे । संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2082842253659772842.post-33266204747543054782021-08-15T18:35:01.514+05:302021-08-15T18:35:01.514+05:30* प्रिय जिज्ञासा ,
रचना पसंद करने के लिए आभार । मन...* प्रिय जिज्ञासा ,<br />रचना पसंद करने के लिए आभार । मन की व्यथा को पूरे शब्द भी कहाँ दे पाए, बातें तो बहुत हैं कितना लिखते । <br /><br />** आलोक जी ,<br />बहुत बहुत आभार ।<br /><br />*** ओंकार जी ,<br />शुक्रिया <br /><br />*** दिग्विजय जी ,<br />मुखरित मौन में चयन के लिए आभार ।संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2082842253659772842.post-77258852738743655032021-08-15T18:28:41.420+05:302021-08-15T18:28:41.420+05:30बहुत सच्चा सा ख्वाब था ये..
स्वतंत्रता दिवस पर स्व...बहुत सच्चा सा ख्वाब था ये..<br />स्वतंत्रता दिवस पर स्वतंत्रता सैनानियों की आत्माएं कदाचित ऐसी गोष्ठी जरूर करती होंगी । <br />देख देश की दुर्दशा आँसुओं से स्वर्ग को भी भिगोती होंगी...।<br />सचमुच अम्बेडकर वहाँ कटघरे में खड़े होंगे... <br />सुभाषचंद्र बोस के सवालों में तो गाँधी जी भी घिरे होंगे।<br /><br />ख्वाबों में स्वर्ग और स्वर्ग में स्वतंत्रता सैनानियों की आत्माओं की गोष्ठी!!!!!!<br />लाजवाब सृजन<br />वाह!!!Sudha Devranihttps://www.blogger.com/profile/07559229080614287502noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2082842253659772842.post-72860084060281530792021-08-15T17:47:36.667+05:302021-08-15T17:47:36.667+05:30इतने में सरदार पटेल की आत्मा ने
अम्वेडकर की आत्...<br />इतने में सरदार पटेल की आत्मा ने <br />अम्वेडकर की आत्मा से पूछा <br />भाई संविधान में ये आरक्षण का <br />क्या चक्कर चलाया था ? <br />बेचारी सकपका कर बोली कि <br />मैंने तो बेहतरी के लिए ही <br />कानून बनाया था । <br />मुझे क्या पता था कि <br />देश के नेता इतने नीचे गिर जायेंगे <br />कि इसी को अपना वोट बैंक बनाएँगे । .. ये तो बेईमानी है आपकी .. अपनी जाती ज़िन्दगी पर शोध करने की आपकी प्रेरणा से हमने भी सहभागी बनने की कोशिश की थी, पर स्वर्ग के दरवाजे के अंदर से अकेले ही घूम कर आ गईं आप 😢😢😢<br />कुछ देर और रुक जातीं आप तो , शास्त्री जी की आत्मा भी भोंकार पार के कहती, कि ताशकंद समझौते के दौरान, रात के खाने में ज़हर किसने मिलवाया था .. शायद ...<br />आइन्दा जाइएगा तो , हमको मत भुल जाइएगा, वहीं आज़ाद की पिस्तौल, उन से लेकर .. हम तो अपने बतकही वाले दिमाग में सटा कर एक गोली हम भी दाग़ लेंगे .. तथाकथित स्वतन्त्रता दिवस के सालगिरह की ख़ुशी में एक आतिशबाज़ी समझ कर .. बस यूँ ही ...<br />और आप गाइएगा, वो भी ताली बजा-बजा कर, - "जन गन मन अधिक नायक की जय हो, भारत के भाग्य विधाताओं की जय हो .." .. बस यूँ ही ...🤔🤔🤔<br />Subodh Sinhahttps://www.blogger.com/profile/05196073804127918337noreply@blogger.com