tag:blogger.com,1999:blog-2082842253659772842.post7548615398282385973..comments2024-03-09T10:40:20.915+05:30Comments on गीत.......मेरी अनुभूतियाँ: अवसान की ओर संगीता स्वरुप ( गीत )http://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comBlogger32125tag:blogger.com,1999:blog-2082842253659772842.post-48770998774883050602021-04-18T14:00:44.161+05:302021-04-18T14:00:44.161+05:30मन की बेचैनियाँ
यूँ ही बढ़ाते बेकार में
जब कि इस ...मन की बेचैनियाँ<br />यूँ ही बढ़ाते बेकार में <br />जब कि इस जहाँ में <br />भला किसका <br />पक्का बसेरा है ?<br />बहुत ही सटीक ...जीवन दर्शन कराती सारगर्भित एवं सार्थक रचना...।<br />वाह!!!!Sudha Devranihttps://www.blogger.com/profile/07559229080614287502noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2082842253659772842.post-53454568476152248582021-04-14T22:37:18.161+05:302021-04-14T22:37:18.161+05:30बहुत भावपूर्ण रचना. इस सत्य को जानते मानते हुए भी ...बहुत भावपूर्ण रचना. इस सत्य को जानते मानते हुए भी कई बार मन नहीं समझता. मनुष्य का यही सच है. बधाई संगीता जी.डॉ. जेन्नी शबनमhttps://www.blogger.com/profile/11843520274673861886noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2082842253659772842.post-15212601610641859132021-04-13T18:48:21.021+05:302021-04-13T18:48:21.021+05:30वाह! ज़िंदगी के फलसफा का उम्दा तराना।वाह! ज़िंदगी के फलसफा का उम्दा तराना।विश्वमोहनhttps://www.blogger.com/profile/14664590781372628913noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2082842253659772842.post-91357826071420950552021-04-12T12:34:30.201+05:302021-04-12T12:34:30.201+05:30सभी पाठक वृन्द को मेरा अभिनंदन । प्रत्येक की प्रति...सभी पाठक वृन्द को मेरा अभिनंदन । प्रत्येक की प्रतिजरिया मेरे लिए अनुपम है ।सभी प्रतिक्रियाओं के लिए हृदय से आभार । संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2082842253659772842.post-26465317468195707482021-04-11T17:26:15.593+05:302021-04-11T17:26:15.593+05:30जानते तुम भी हो ,
और मैं भी ,कि
ज़िन्दगी के अवसान प...जानते तुम भी हो ,<br />और मैं भी ,कि<br />ज़िन्दगी के अवसान पर <br />न कुछ तेरा है <br />न कुछ मेरा है ।<br />वाह बहुत ही सुंदर, हार्दिक शुभकामनाएं ज्योति सिंहhttps://www.blogger.com/profile/14092900119898490662noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2082842253659772842.post-36150771875085060092021-04-11T13:20:46.606+05:302021-04-11T13:20:46.606+05:30जानते तुम भी हो ,
और मैं भी ,कि
ज़िन्दगी के अवसान ...जानते तुम भी हो ,<br />और मैं भी ,कि<br />ज़िन्दगी के अवसान पर <br />न कुछ तेरा है <br />न कुछ मेरा है ।<br />अंतस को छूती हुई प्रभावशाली रचना। एक अमर कृति आदरणीया संगीता जी।<br />हार्दिक शुभकामनाएँ ।।।।।पुरुषोत्तम कुमार सिन्हाhttps://www.blogger.com/profile/16659873162265123612noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2082842253659772842.post-62841358655460806012021-04-10T16:06:12.130+05:302021-04-10T16:06:12.130+05:30जो भी इस रहस्य को जान लिया वो मुक्त हो गया कालचक्र...जो भी इस रहस्य को जान लिया वो मुक्त हो गया कालचक्र से । गूढ़ भाव से मुखर सृजन ।Amrita Tanmayhttps://www.blogger.com/profile/06785912345168519887noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2082842253659772842.post-20218402622490941212021-04-10T00:25:37.888+05:302021-04-10T00:25:37.888+05:30बहुत ही मार्मिकता से जीवन के कटु सत्य को शब्दांकित...बहुत ही मार्मिकता से जीवन के कटु सत्य को शब्दांकित करती रचना प्रिय दीदी।कदाचित् इस यक्ष प्रश्न से कोई बच नहीं पाया है क्योकि जीवन की पहली किलकारी से अवसान तक यंत्रवत गतिमान जीवन अपनी लय में चलता है। खुद से खुद का संवाद समेटती रचना के लिए हार्दिक शुभकामनाएं। आपकी लेखनी की प्रांजलता यूँ ही प्रवहमान रहे 🙏🙏❤❤🌹🌹रेणुhttps://www.blogger.com/profile/16292928872766304124noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2082842253659772842.post-45737087734970505552021-04-09T23:51:59.700+05:302021-04-09T23:51:59.700+05:30दीदी! ऐसा लगता है कि डूबते सूरज को देखते हुये जीवन...दीदी! ऐसा लगता है कि डूबते सूरज को देखते हुये जीवन का एक दर्शन सा मन में आया और लेखनी ने जस का तस अभिव्यक्त कर दिया। एक गहरा यथार्थ, जीवन का सच और अनुभव की साझेदारी! बहुत सुंदर!!चला बिहारी ब्लॉगर बननेhttps://www.blogger.com/profile/05849469885059634620noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2082842253659772842.post-53114461384831191822021-04-09T23:16:07.295+05:302021-04-09T23:16:07.295+05:30शब्द और भाव दोनों दार्शनिकता को बोध करा रही।
बहुत ...शब्द और भाव दोनों दार्शनिकता को बोध करा रही।<br />बहुत सुंदर रचना।Pammi singh'tripti'https://www.blogger.com/profile/13403306011065831642noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2082842253659772842.post-47276813897439153042021-04-09T22:06:13.392+05:302021-04-09T22:06:13.392+05:30सच कहा आपने सब जानते हैं ,न कुछ तेरा है न कुछ मेरा...सच कहा आपने सब जानते हैं ,न कुछ तेरा है न कुछ मेरा।<br />शाश्वत सी अभिव्यक्ति।<br />दर्शन का पुट लिए अभिनव सृजन।मन की वीणाhttps://www.blogger.com/profile/10373690736069899300noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2082842253659772842.post-56627313566726579472021-04-09T20:55:36.626+05:302021-04-09T20:55:36.626+05:30जानते तुम भी हो ,
और मैं भी ,कि
ज़िन्दगी के अवसान ...जानते तुम भी हो ,<br />और मैं भी ,कि<br />ज़िन्दगी के अवसान पर <br />न कुछ तेरा है <br />न कुछ मेरा है ।<br />बहुत सुंदर अभिव्यक्ति।Anuradha chauhanhttps://www.blogger.com/profile/14209932935438089017noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2082842253659772842.post-73328697015518731432021-04-09T20:05:30.089+05:302021-04-09T20:05:30.089+05:30ज़िन्दगी के अवसान पर
न कुछ तेरा है
न कुछ मेरा है...ज़िन्दगी के अवसान पर <br />न कुछ तेरा है <br />न कुछ मेरा है...वाह...सुन्दर लेखन <br /><br />मेरी रचनायें पढ़ें, अच्छी लगे तो लाइक और शेयर करें-- <a href="https://kavya-manjoosha.blogspot.com/2021/04/blog-post.html" rel="nofollow">त्रासदी</a>Sheelvrat Mishrahttps://www.blogger.com/profile/16568830353634849805noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2082842253659772842.post-32332646389680748682021-04-09T13:07:27.480+05:302021-04-09T13:07:27.480+05:30ज़िंदगी की आंच ..और..फ़र्ज़ के हाथ
न कुछ तेरा न कुछ ...ज़िंदगी की आंच ..और..फ़र्ज़ के हाथ <br />न कुछ तेरा न कुछ मेरा ....अद्भुत सृजन !ज्योति-कलशhttps://www.blogger.com/profile/05458544963035421633noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2082842253659772842.post-37023597194677200112021-04-09T09:02:29.374+05:302021-04-09T09:02:29.374+05:30सुन्दर प्रस्तुतिसुन्दर प्रस्तुतिOnkarhttps://www.blogger.com/profile/15549012098621516316noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2082842253659772842.post-62040756919736384832021-04-09T05:19:03.119+05:302021-04-09T05:19:03.119+05:30वाह,बहुत सुंदर।वाह,बहुत सुंदर।शिवम कुमार पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/04835045259840214933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2082842253659772842.post-35341818537815218812021-04-09T04:25:01.600+05:302021-04-09T04:25:01.600+05:30स्वप्निल जीवन के यथार्थ का अध्यात्म! सुंदर अभिव्यक...स्वप्निल जीवन के यथार्थ का अध्यात्म! सुंदर अभिव्यक्ति!!!विश्वमोहनhttps://www.blogger.com/profile/14664590781372628913noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2082842253659772842.post-57519321247925681402021-04-08T22:32:45.280+05:302021-04-08T22:32:45.280+05:30स्वप्निल आंखों में शून्यता लिए ,मौन मन की व्यथा,जो...स्वप्निल आंखों में शून्यता लिए ,मौन मन की व्यथा,जो जीवन के यथार्थ का आईना भी है ।🙏🙏Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/11666740928316817075noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2082842253659772842.post-68226311543574776722021-04-08T22:31:46.503+05:302021-04-08T22:31:46.503+05:30बहुत बहुत सुन्दर मोहक रचना बहुत बहुत सुन्दर मोहक रचना आलोक सिन्हाhttps://www.blogger.com/profile/17318621512657549867noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2082842253659772842.post-7040815501021593142021-04-08T18:11:19.794+05:302021-04-08T18:11:19.794+05:30
जानते तुम भी हो ,
और मैं भी ,कि
ज़िन्दगी के अवसान ...<br />जानते तुम भी हो ,<br />और मैं भी ,कि<br />ज़िन्दगी के अवसान पर <br />न कुछ तेरा है <br />न कुछ मेरा है ।.... जीवन सत्य को बयां करती बहुत ही खूबसूरत और सारगर्भित पंक्तियां,पूरी रचना ही भावपूर्ण जीवन दर्शन का सुंदर समन्वय है ।<br /> <br /><br /><br /> जिज्ञासा सिंह https://www.blogger.com/profile/06905951423948544597noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2082842253659772842.post-9829706150115886532021-04-08T15:40:07.662+05:302021-04-08T15:40:07.662+05:30जानते बूझते हुए भी मन उदास होता है, शायद शायर के ल...जानते बूझते हुए भी मन उदास होता है, शायद शायर के लिए वही लम्हा कुछ ख़ास होता है, इसी उदासी के पीछे छिपा होता है जीवन का सत्य जो वैसे तो नजर ही नहीं आता, ख़ुशी से भला उसका क्या नाता ! सुंदर भावपूर्ण रचना के लिए बधाई !Anitahttps://www.blogger.com/profile/17316927028690066581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2082842253659772842.post-27698344448007418742021-04-08T15:02:32.904+05:302021-04-08T15:02:32.904+05:30BITTER TRUTH OF LIFE!BITTER TRUTH OF LIFE!Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2082842253659772842.post-83161154024453304892021-04-08T14:47:09.202+05:302021-04-08T14:47:09.202+05:30मर्मस्पर्शी .... मर्मस्पर्शी .... डॉ. मोनिका शर्मा https://www.blogger.com/profile/02358462052477907071noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2082842253659772842.post-53206508496483659162021-04-08T14:32:31.450+05:302021-04-08T14:32:31.450+05:30शुक्रिया मीना जी ।शुक्रिया मीना जी ।संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2082842253659772842.post-30375286772971031112021-04-08T14:16:23.195+05:302021-04-08T14:16:23.195+05:30सादर नमस्कार,
आपकी प्रविष्टि् की चर्चा शुक्रवार ( ...सादर नमस्कार,<br />आपकी प्रविष्टि् की चर्चा शुक्रवार ( 09-04-2021) को <a href="http://charchamanch.blogspot.com/" rel="nofollow"> <br />" वोल्गा से गंगा" (चर्चा अंक- 4031) </a> पर होगी। आप भी सादर आमंत्रित हैं।<br />धन्यवाद.<br />…<br /><br />"मीना भारद्वाज"<br />Meena Bhardwajhttps://www.blogger.com/profile/02274705071687706797noreply@blogger.com