tag:blogger.com,1999:blog-2082842253659772842.post8237858118249042036..comments2024-03-09T10:40:20.915+05:30Comments on गीत.......मेरी अनुभूतियाँ: दूजी लहर कोरोना वाली संगीता स्वरुप ( गीत )http://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comBlogger34125tag:blogger.com,1999:blog-2082842253659772842.post-10679309790872938212021-04-26T18:23:27.592+05:302021-04-26T18:23:27.592+05:30वाह क्या बात है ! बेहतरीन लफ्ज़ निकले हैं ।वाह क्या बात है ! बेहतरीन लफ्ज़ निकले हैं ।Amrita Tanmayhttps://www.blogger.com/profile/06785912345168519887noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2082842253659772842.post-13986560985165487792021-04-26T16:53:36.615+05:302021-04-26T16:53:36.615+05:30घड़ी बिरहा की अब टले कैसे
आयी दूजी लहर कोरोना वाली ...घड़ी बिरहा की अब टले कैसे<br />आयी दूजी लहर कोरोना वाली है ।<br />सच में ये तो बिरह की काली छाया और लम्बी होती चली जा रही है।विश्वमोहनhttps://www.blogger.com/profile/14664590781372628913noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2082842253659772842.post-49476470391611589142021-04-22T08:15:07.730+05:302021-04-22T08:15:07.730+05:30वाक़ई आप तो ग़ज़ल में भी माहिर हो !
सभी एक से एक स...वाक़ई आप तो ग़ज़ल में भी माहिर हो !<br />सभी एक से एक सटीक शेर !Sumanhttps://www.blogger.com/profile/02336964774907278426noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2082842253659772842.post-31882638717712329612021-04-20T16:54:30.771+05:302021-04-20T16:54:30.771+05:30ज़िन्दगी के गहरे एहसास लिए ...
हर पल का हिस्साब कह...ज़िन्दगी के गहरे एहसास लिए ... <br />हर पल का हिस्साब कहाँ रख पाता है इंसान जीवन में ... ज़िन्दगी के फलसफे हैं ....दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2082842253659772842.post-64518569131216069792021-04-18T14:44:49.079+05:302021-04-18T14:44:49.079+05:30अमित जी , ,
पोस्ट पसंद करने के लिए शुक्रिया ... म...अमित जी , , <br />पोस्ट पसंद करने के लिए शुक्रिया ... मैंने हिंदी कविता साईट देखी .... क्या यहाँ अपने ब्लॉग की रचना भेज सकते हैं ? ये समझ नहीं आया ... संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2082842253659772842.post-88405218235344175992021-04-18T14:42:40.857+05:302021-04-18T14:42:40.857+05:30सुधा जी ,
पसंद करने के लिए आभार ... सुधा जी , <br />पसंद करने के लिए आभार ... संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2082842253659772842.post-5797706216860951752021-04-18T13:56:16.129+05:302021-04-18T13:56:16.129+05:30घड़ी बिरहा की अब टले कैसे
आयी दूजी लहर कोरोना वाली ...घड़ी बिरहा की अब टले कैसे<br />आयी दूजी लहर कोरोना वाली है ।<br /><br />वाह!!!<br /><br />काटी हैं कई रातें तूने बिन मेरे<br />आज अर्ज़ी मैंने मगर लगा ली है ।<br />एक से बढ़कर एक शेर...कमाल की गजल!!!<br />लाजवाब।<br />Sudha Devranihttps://www.blogger.com/profile/07559229080614287502noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2082842253659772842.post-51702247369323589782021-04-17T14:26:24.816+05:302021-04-17T14:26:24.816+05:30@@ शरद जी ,
आपकी प्रतिजरिया हौसला देती है ।शुक्रि...@@ शरद जी , <br />आपकी प्रतिजरिया हौसला देती है ।शुक्रिया । <br /><br />@@ गोपेश मोहन जैसवाल जी , <br />जी दुरुस्त फरमाया , ये बिरह और कोरोना लोकगीतों में भी शामिल तो हो सकते हैं ।<br /><br />@@ प्रिय अनिता ,<br />ग़ज़ल पसंद करने का शुक्रिया ।<br /><br />@@ प्रिय कामिनी , <br />यही प्रार्थना है कि ये घड़ी किसी तरह टल जाए ।शुक्रिया ।<br /><br />@@ प्रिय अनंता <br />ये बक बक नहीं है , आज का सच है । बस सबकी प्रार्थना कुछ असर दिखा दे । पसंद करने के लिए शुक्रिया ।<br /><br />@@ कुसुम जी ,<br />आपसे कुछ छिप नहीं सकता न , कोरोना तो एक बहाना है ।<br />तहेदिल से शुक्रिया ।संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2082842253659772842.post-21902524975614234772021-04-17T14:19:28.124+05:302021-04-17T14:19:28.124+05:30@@ ओंकार जी , विमल कुमार जी , आलोक सिन्हा जी , शास...@@ ओंकार जी , विमल कुमार जी , आलोक सिन्हा जी , शास्त्री जी ,<br />आप सबने मेरी इस रचना को सराहा । हृदय से आभार ।<br />संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2082842253659772842.post-21894239362559351332021-04-17T13:48:05.739+05:302021-04-17T13:48:05.739+05:30वाह! लाजवाब हर शेर दूसरे पर भारी हैं,
कोरोना तो एक...वाह! लाजवाब हर शेर दूसरे पर भारी हैं,<br />कोरोना तो एक बहाना है <br />किसी दर्द ने फिर से करवट पाली है।<br />उम्दा ,बेहतरीन।<br />सुंदर सृजन सुंदर भाव।<br />हृदय स्पर्शी रचना।मन की वीणाhttps://www.blogger.com/profile/10373690736069899300noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2082842253659772842.post-3334979257057824282021-04-17T12:49:41.136+05:302021-04-17T12:49:41.136+05:30आदरनिया मैम, बहुत ही सुंदर भावपूर्ण रचना जो कोरोना...आदरनिया मैम, बहुत ही सुंदर भावपूर्ण रचना जो कोरोना की बेबसी और छाई उदासी को दर्शा रही है । कोरोना की दूसरी लहर के कारण हुए तालाबंदी ने सब का मन हताश कर दिया है। सभी लोग अपने प्रिय-जनों से मिलने के लिए व्याकुल हो रहे हैं और चिंतित मन से उनकी कुशलता की कामना कर रहे हैं पर कोरोना काल बहुत देर तक नहीं रहेगा , शीघ्र चला जाएगा, मुझे विश्वास है । वैसे कोरोना के बढ़ने में थोड़ी हमारी मूर्खता और अनुशासनहीनता भी कारण है । यदि दूसरी लहर का सामना हम पूरी सावधानी और अनुशासन से करें तो यह बीमारी भाग जाएगी। हृदय से आभार इस सुंदर रचना के लिए और मेरी बक-बक पढ़ने के लिए भी Ananta Sinhahttps://www.blogger.com/profile/14940662000624872958noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2082842253659772842.post-9144129766087242512021-04-17T10:57:46.266+05:302021-04-17T10:57:46.266+05:30घड़ी बिरहा की अब टले कैसे
आयी दूजी लहर कोरोना वाली ...घड़ी बिरहा की अब टले कैसे<br />आयी दूजी लहर कोरोना वाली है ।<br /><br />बेबसी की ये घडी जल्द टल जाए बस यही दुआ है <br /><br />आपको नवसंवत्सर की हार्दिक शुभकामनायें दी Kamini Sinhahttps://www.blogger.com/profile/01701415787731414204noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2082842253659772842.post-7262865372492197012021-04-16T21:13:02.871+05:302021-04-16T21:13:02.871+05:30आईना तोड़ दिया झूठी अना का मैंने
मुद्दतों जिसकी वजह...आईना तोड़ दिया झूठी अना का मैंने<br />मुद्दतों जिसकी वजह, हमने बात टाली है।..वाह!बहुत सुंदर आदरणीय दी।अनीता सैनी https://www.blogger.com/profile/04334112582599222981noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2082842253659772842.post-55808451883194596862021-04-16T19:10:42.465+05:302021-04-16T19:10:42.465+05:30वाह ! कोरोना-बिरहा अब लोकगीतों की एक नई विधा के रू...वाह ! कोरोना-बिरहा अब लोकगीतों की एक नई विधा के रूप में स्थापित होगा. गोपेश मोहन जैसवालhttps://www.blogger.com/profile/02834185614715316752noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2082842253659772842.post-30076682368918177662021-04-16T16:31:36.819+05:302021-04-16T16:31:36.819+05:30घड़ी बिरहा की अब टले कैसे
आयी दूजी लहर कोरोना वाली ...घड़ी बिरहा की अब टले कैसे<br />आयी दूजी लहर कोरोना वाली है ।<br /><br />काटी हैं कई रातें तूने बिन मेरे<br />आज अर्ज़ी मैंने मगर लगा ली है ।<br /><br />बहुत उम्दा...<br />बेमिसाल रचना ....Dr (Miss) Sharad Singhhttps://www.blogger.com/profile/00238358286364572931noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2082842253659772842.post-39171692949535100582021-04-16T16:24:00.773+05:302021-04-16T16:24:00.773+05:30बहुत सुन्दर और सार्थक ।
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बहुत सुन्दर और सार्थक ।<br />--<br />डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2082842253659772842.post-54646659408672069852021-04-16T14:46:35.895+05:302021-04-16T14:46:35.895+05:30बहुत बहुत सुन्दर सराहनीय रचनाबहुत बहुत सुन्दर सराहनीय रचनाआलोक सिन्हाhttps://www.blogger.com/profile/17318621512657549867noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2082842253659772842.post-11331093241207440852021-04-16T13:32:01.191+05:302021-04-16T13:32:01.191+05:30वाह वाहवाह वाहविमल कुमार शुक्ल 'विमल'https://www.blogger.com/profile/16752757584209629034noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2082842253659772842.post-46788086738413807342021-04-16T07:55:07.548+05:302021-04-16T07:55:07.548+05:30@@ प्रिय रेणु ,
बहुत बहुत शुक्रिया सुन्दर प्रतिक्...@@ प्रिय रेणु , <br />बहुत बहुत शुक्रिया सुन्दर प्रतिक्रिया के लिए ---<br />प्रेम किया है तुमसे जबसे<br />एक पीर हिया में पाली है<br />सितम तुम्हारा सहते -सहते<br />प्रीत की रीत निभा ली है!<br />चकोर बने नित तुम्हें ताकते<br />तुम भँवरे से रहे सदा<br />उसी राह में जा मस्त हुए<br />जहाँ गंध मिली मतवाली है!<br />*****************<br />बहुत खूब .... ग़ज़ल के अशआर को नए आयाम दे रहीं तुंहरी पंक्तियाँ ।।<br />सस्नेह संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2082842253659772842.post-76198413404107764672021-04-16T00:41:43.357+05:302021-04-16T00:41:43.357+05:30प्रेम किया है तुमसे जबसे
एक पीर हिया में पाली है
स...प्रेम किया है तुमसे जबसे<br />एक पीर हिया में पाली है<br />सितम तुम्हारा सहते -सहते<br />प्रीत की रीत निभा ली है! <br />चकोर बने नित तुम्हें ताकते<br />तुम भँवरे से रहे सदा<br />उसी राह में जा मस्त हुए<br />जहाँ गंध मिली मतवाली है! <br />😄😃🙏🙏<br />रेणुhttps://www.blogger.com/profile/16292928872766304124noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2082842253659772842.post-5320744218850152572021-04-16T00:40:39.891+05:302021-04-16T00:40:39.891+05:30पँखों में थी कहाँ परवाज़ भला
कदमों में ख़ुद की ज़मीन ...पँखों में थी कहाँ परवाज़ भला<br />कदमों में ख़ुद की ज़मीन पा ली है ।<br />फकीरी में हो रहे यूँ मस्त मलंग<br />दिल से हसरत भी हर मिटा ली है ।<br />बहुत भावपूर्ण रचना प्रिय दीदी! हर शेर अपनी कहानी कहता हुआ मन को स्पर्श करता है। हार्दिक आभार और बधाई🙏❤🌹🌹❤रेणुhttps://www.blogger.com/profile/16292928872766304124noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2082842253659772842.post-85858155539208934372021-04-16T00:17:58.360+05:302021-04-16T00:17:58.360+05:30भारती जी ,
पसंद करने के लिए शुक्रिया
भारती जी ,<br />पसंद करने के लिए शुक्रिया <br />संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2082842253659772842.post-41908847781570051652021-04-16T00:17:07.672+05:302021-04-16T00:17:07.672+05:30श्वेता ,
बहुत शुक्रिया । श्वेता ,<br />बहुत शुक्रिया । संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2082842253659772842.post-69516905515290251672021-04-15T23:15:18.145+05:302021-04-15T23:15:18.145+05:30 आईना तोड़ दिया झूठी अना का मैंने
मुद्दतों जिसकी वज... आईना तोड़ दिया झूठी अना का मैंने<br />मुद्दतों जिसकी वजह, हमने बात टाली है ,बहुत ही खूबसूरत ग़ज़ल लिखी है आपनेBharti Dashttps://www.blogger.com/profile/04896714022745650542noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2082842253659772842.post-19201770623515582102021-04-15T20:07:12.352+05:302021-04-15T20:07:12.352+05:30मीना जी ,
चर्चा मंच के लिए चयन करने के लिए हार्दि...मीना जी ,<br /><br />चर्चा मंच के लिए चयन करने के लिए हार्दिक आभार ।संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.com