tag:blogger.com,1999:blog-2082842253659772842.post8442078761293542246..comments2024-03-09T10:40:20.915+05:30Comments on गीत.......मेरी अनुभूतियाँ: वेदनासंगीता स्वरुप ( गीत )http://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-2082842253659772842.post-17435680351338677352009-09-22T19:03:10.880+05:302009-09-22T19:03:10.880+05:30Sangeeta ji.
ना मिलता गम तो बर्बादी के अफ़साने कहा...Sangeeta ji.<br />ना मिलता गम तो बर्बादी के अफ़साने कहा जाते..<br />यही लाइंस याद आ गयी इस वेदना को पढ़ कर..<br />बहुत खूबसूरत रचना..अनामिका की सदायें ......https://www.blogger.com/profile/08628292381461467192noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2082842253659772842.post-24353049385397401222009-07-21T12:40:10.868+05:302009-07-21T12:40:10.868+05:30इन आहों के आने - जाने से
मन में पीडा होती है
हर नए...इन आहों के आने - जाने से<br />मन में पीडा होती है<br />हर नए सृजन के लिए शायद<br />वेदना भी ज़रूरी होती है.<br /><br />सचमुच कुछ सृजन करने के लिए ......... पीडा से बड़ी प्रेरणा कोई नहीं ............. आह शब्दों में बदल जाती है और रचना बन कर कागज़ में उतर आती हैदिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.com