मुहब्बत का दिया जला कर तो देखो .
>> Wednesday, October 26, 2011
आस्था का तेल
और दिल की बाती
यही है सच ही में
मुहब्बत की थाती
स्नेह पगे फ़ूल
खिला कर तो देखो
मुहब्बत का दिया
जला कर तो देखो .
और दिल की बाती
यही है सच ही में
मुहब्बत की थाती
स्नेह पगे फ़ूल
खिला कर तो देखो
मुहब्बत का दिया
जला कर तो देखो .
बाती से मिले बाती
तो हो रोशनी प्रज्ज्वलित
अपेक्षाएं हों सीमित
तो प्रेम हो विस्तृत
समर्पण को ज़रा
विस्तार दे के देखो
मुहब्बत का दिया
जला कर तो देखो .
ऐसे दीयों की जब
सजी हो दीपमाला
हर दीप होगा अमर
नहीं चाहिए होगी हाला
इसमें तुम खुद को
डुबा कर तो देखो
मुहब्बत का दिया
जला कर तो देखो ..
62 comments:
Diwali ki hardik subhkamnaye....
is se behtar kya ho skti hai PREM-Dipak JAlaye hum aise
NaFRAT ka ANDHERA reh na DHRA par...:)
मुहब्बत का दिया
जला कर तो देखो ..
खुशियों के दीप जल उठेंगें !
दीपावली मुबारक और शुभकामनाएँ !
दीपावली की आपको भी हार्दिक शुभकामनायें।
वाकई मुहब्बत का दिया जलाकर तो देखो
"अहम" का पत्थर हटा कर तो देखो……बहुत सुंदर शुभकामना संदेश!!!
स्नेह पगे फ़ूल
खिला कर तो देखो
मुहब्बत का दिया
जला कर तो देखो .
kitni sunder baat hai.....
अपेक्षाएं हों सीमित
तो प्रेम हो विस्तृत
समर्पण को ज़रा
विस्तार दे के देखो
मुहब्बत का दिया
जला कर तो देखो .
बहुत सुन्दर...दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएँ|
स्नेह पगे फ़ूल
खिला कर तो देखो
मुहब्बत का दिया
जला कर तो देखो ...बहुत सुन्दर...दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएँ|
बहुत सुन्दर!! आपको दीपावली की शुभकामनाएं!!
sach me mam bauht sundar rachna hai.....
happy deepawali..to and your family...
बहुत शुभ चिन्तन .
दीपावली संगलमय हो !
जहाँ रोशन हो जायेगा।
Deepawali ki hardik shubhkamnaye :)
आस्था का तेल
और दिल की बाती
यही है सच ही में
मुहब्बत की थाती
स्नेह पगे फ़ूल
खिला कर तो देखो ..
..
दीदी फिर देखना क्या ....फिर तो जो घटित होगा जीवन में वह सत्यम शिवम सुन्दरम ही होगा !
सादर चरण स्पर्श ...और दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं !
्वाह बहुत सुन्दर प्रस्तुति…………।
सुन्दर प्रस्तुति…………दीप मोहब्बत का जलाओ तो कोई बात बने
नफ़रतों को दिल से मिटाओ तो कोई बात बने
हर चेहरे पर तबस्सुम खिलाओ तो कोई बात बने
हर पेट मे अनाज पहुँचाओ तो कोई बात बने
भ्रष्टाचार आतंक से आज़ाद कराओ तो कोई बात बने
प्रेम सौहार्द भरा हिन्दुस्तान फिर से बनाओ तो कोई बात बने
इस दीवाली प्रीत के दीप जलाओ तो कोई बात बने
आपको और आपके परिवार को दीपोत्सव की हार्दिक शुभकामनायें।
बहुत सुन्दर...
दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं
बेहतरीन काव्य पंक्तिया दीपावली की शुभकामनायें
निश्चित ही मोहब्बत का दिया जलाने की जरूरत है. दीपोत्सव की हार्दिक शुभकामनायें.
दीप की तरह आपके शब्द भी जगमगा रहे हैं!
शुभ दीपावली!
बाती से मिले बाती
तो हो रोशनी प्रज्ज्वलित
अपेक्षाएं हों सीमित
तो प्रेम हो विस्तृत
समर्पण को ज़रा
विस्तार दे के देखो
मुहब्बत का दिया
जला कर तो देखो...दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएँ
दिल और आस्था का ही तो खेल है प्रेम। सुंदर रचना॥ दीपावली की शुभकामनाएं॥
संगीता जी,..बहुत ही सुंदर रचना रची है आपने ,
मुहब्बत का दिया जलाकर के देखो..अच्छी पन्तियाँ
दीपावली की हार्दिक शुभकामनाये.........
बहुत सुन्दर!
आपको और आपके पूरे परिवार को
दीपावली की बहुत-बहुत शुभकामनाएँ!
फिर दुनिया ही बदल जाएगी ..
.. आपको भी दीपपर्व की असीम शुभकामनाएं !!
बहुत ख़ूब !!
दीपावली बहुत बहुत मुबारक हो
जब प्रेम का दीया जलता है, तो सारा जग झिलमिल करता है।
शुभ दीपावली!
बहुत सुन्दर चिन्तन ....दीपावली की हार्दिक शुभकामनायें
बहुत सुंदर रचना !
nice
मुहब्बत का दिया
जला कर तो देखो ... bhaut hi sundar.. happy diwali..
आपकी पोस्ट आज के चर्चा मंच पर प्रस्तुत की गई है
कृपया पधारें
चर्चा मंच-680:चर्चाकार-दिलबाग विर्क
मुहब्बत का दिया जलाना बहुत जरूरी है
दिवाली, भाई दूज और नव वर्ष की शुभकामनायें
Zaroorat muhobbat ke diye kee hee to hai! Aprateem rachana!
बहुत खूब।
दीप पर्व के शेष दिनो की ढेर सारी शुभकामनाएं।
इस दीपावली में मुहब्बत का दिया जले तो उजाला ठहर जायगो हमेशा के लिए ...
आपको दीपावली की मंगल कामनाएं ..
सुन्दर प्रस्तुति.....
आपको और आपके प्रियजनों को दीपावली की हार्दिक शुभकामनायें….!
संजय भास्कर
आदत....मुस्कुराने की
नई पोस्ट पर आपका स्वागत है
http://sanjaybhaskar.blogspot.com
अपेक्षाएं हों सीमित
तो प्रेम हो विस्तृत
समर्पण को ज़रा
विस्तार दे के देखो.
bhut khub.
समपर्ण और मुहब्बत के दीप जलाती सुंदर रचना!
बहुत सुन्दर गीत.... अदभुद रचना... दिवाली की हार्दिक शुभकामना
अपेक्षाएं हों सीमित
तो प्रेम हो विस्तृत
समर्पण को ज़रा
विस्तार दे के देखो
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* आपको सपरिवार दीवाली की रामराम !*
*~* भाईदूज की बधाई और मंगलकामनाएं !*~*
- राजेन्द्र स्वर्णकार
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मेरे दोनों ब्लॉग कल दोपहर बाद से गायब हैं
आप में से कोई मेरी मदद कर सकें तो बहुत आभारी रहूंगा
शस्वरं
ओळ्यूं मरुधर देश री
लिंक :-
shabdswarrang.blogspot.com
rajasthaniraj.blogspot.com
- राजेन्द्र स्वर्णकार
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आस्था है तो उजाला है..बहुत खुबसूरत रचना..
सुन्दर कविता
सुन्दर कविता
बाती से मिले बाती
तो हो रोशनी प्रज्ज्वलित
अपेक्षाएं हों सीमित
तो प्रेम हो विस्तृत
समर्पण को ज़रा
विस्तार दे के देखो
मुहब्बत का दिया
जला कर तो देखो .
sunder sandesh deti rachna.
bahut khoob deepawali ki shubhkamnayen.
संगीता जी आपकी काव्य-धारा जिस निरन्तरता से प्रवाहित हो रही है अभिनन्दनीय है । दीपावली की मंगल-कामनाएं
इस दिए की ही बहुत आवश्यकता है ...
बहुत शुभकामनाये!
आपकी पोस्ट की हलचल आज (29/10/2011को) यहाँ भी है
स्नेह पगे फ़ूल
खिला कर तो देखो
मुहब्बत का दिया
जला कर तो देखो .
बहुत बढि़या।
सुन्दर प्रस्तुति .मनोहर भाव सात्विक आस लिए पोस्ट .
अपेक्षाएं हों सीमित तो प्रेम हो विस्तृत, समर्पण को ज़रा विस्तार दे के देखो ...
संगीता जी बहुत सुन्दर बात कही आपने, अपेक्षाएं ही तो हैं जो प्रेम के विस्तार को बाँधती हैं. अपेक्षाएं जितनी कम होंगी जीवन उतना ही सुन्दर होगा. दीपावली की हार्दिक शुभकामनायें.
सादर,
मंजु
बाती से मिले बाती
तो हो रोशनी प्रज्ज्वलित
अपेक्षाएं हों सीमित
तो प्रेम हो विस्तृत
समर्पण को ज़रा
विस्तार दे के देखो
जोत से जोत जलाना होगा।
बहुत सुंदर और प्रेरक रचना।
शुभ दीपावली।
नेह के झिलमिलाते दीपों ने घर-आंगन ज्योतिर्मय कर दिया.सुंदर संदेश देती रचना ने अभिभूत कर दिया.नेट की अनुपलब्धता में विलम्ब से सही-हृदय से शुभकामनायें स्वीकार करें शुभ-दीपावली.
ओह! बहुत ही सुन्दर.
मनभावन अनुपम प्रस्तुति के लिए बहुत बहुत आभार.
दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएँ.
सुन्दर गीत दी....
सादर बधाई...
ati sundar abhivakti....dhnyabad.
पहले तो ढेरों शुभकामनायें
थाती ????????? is shabd ka arth samajh nahi aaya plz batayen .
बेहद सुन्दर भाव...ऐसे ही दीयों को समाज में जरूरत है... आपसी भाई चारे की... दीपावली अच्छी रही होगी... शुभकामनाएं
सभी पाठकों का आभार ..
निर्झर नीर ,
थाती का मतलब होता है " धरोहर "
शुक्रिया
ईर्ष्या,कटुता,घृणा और विद्वेष के इस परिवेश में,ये बातें मानो जीवन का सार हैं।
वाह, दिए भी जल रहे हैं, और शब्दों के माध्यम से विचारों का प्रकाश भी फ़ैल रहा है. विलम्ब से आया, मगर उजाला ले कर जा रहा हूं.
बहुत सुन्दर और भावपूर्ण अभिव्यक्ति प्रिय दीदी।दिया सद्भावनाओं और स्नेह का हो तो हर तरफ प्रेम ही प्रेम होगा ये तय है।मुहब्बत से चल रहा है दुनिया का समस्त कारोबार। दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं और बधाई स्वीकार करें 🙏♥️♥️🌹🌹
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