हिंसा
>> Wednesday, April 22, 2009
गाँधी -
नाम नही है
एक व्यक्ति का ,
है पूरी की पूरी
विचार धारा
जिसने दिया
सत्य - अहिंसा का नारा ।
आज शायद हम
मात्र नारा याद करते हैं
लेकिन
भूल गए हैं
इस बात का सत्व
आतंकवाद और
मार - काट को ही
हिंसा समझ रहे हैं।
गाँधी के विचार से -
किसी का मन दुखाना
हिंसा ही है...
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